हरियाणा सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए बड़ी राहत दी है। उनके मानदेय में 400 से 750 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जो दिवाली के पहले ही लागू हो जाएगी। यह निर्णय सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण और उनके आर्थिक हालात में सुधार के उद्देश्य से लिया गया है। राज्य में लगभग 23,000 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और 21,000 सहायिकाएं काम कर रही हैं, जो बाल विकास और शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बच्चों की शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य देखभाल में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। ये महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देती हैं और उनके स्वास्थ्य की देखभाल करती हैं। उनके कार्यों में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों तक जानकारी पहुँचाना, टीकाकरण अभियान चलाना, और पोषण आहार बांटना शामिल है।
इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के बावजूद, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय काफी कम था, जिसे लेकर वे लंबे समय से मांग कर रही थीं कि उनका वेतन बढ़ाया जाए। वेतन बढ़ोतरी का निर्णय उनके जीवनस्तर को सुधारने में मदद करेगा और उनके काम को और भी प्रेरित करेगा।
मानदेय बढ़ोतरी के पीछे की वजह
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की लंबे समय से यह मांग रही है कि उन्हें मिलने वाले वेतन में वृद्धि की जाए, क्योंकि उनका काम दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और जिम्मेदारियाँ भी। साथ ही, कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन भी किए और सरकार से उचित वेतन की मांग की थी।
आखिरकार, सरकार ने उनकी मांगों को मानते हुए उनके मानदेय में वृद्धि का फैसला किया। यह कदम न केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राहत देगा बल्कि उन्हें अपने काम में और भी प्रोत्साहित करेगा।
नई वेतन संरचना
वर्तमान में, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके सेवा क्षेत्र और उनके अनुभव के आधार पर वेतन दिया जाता है। नए सुधार के बाद, मुख्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय लगभग 400 से 750 रुपये तक बढ़ाया गया है। सहायिकाओं के लिए भी इसी तरह की वेतन वृद्धि की घोषणा की गई है।
राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इस वृद्धि के संबंध में सभी जिलों के परियोजना अधिकारियों को सूचित किया जा चुका है, और यह आदेश जल्द ही लागू किया जाएगा। इससे पहले मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की थी, लेकिन आचार संहिता के कारण इसे तुरंत लागू नहीं किया जा सका था। अब सरकार ने इस आदेश को दीवाली से पहले लागू करने का निर्णय लिया है।
वेतन बढ़ोतरी का लाभ
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के वेतन में वृद्धि से उनके जीवन में सुधार आएगा। चूंकि अधिकांश आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत हैं, इसलिए यह आर्थिक सहायता उन्हें अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी। वेतन बढ़ने से उनके कार्य की गुणवत्ता में भी सुधार होने की उम्मीद है, क्योंकि वे अब अपने काम पर और अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगी।
इसके अलावा, सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों की मरम्मत और रखरखाव के लिए भी अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराई है। इससे आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार होगा और बच्चों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इसके साथ ही, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को साल में 10 दिन का अवकाश भी प्रदान किया गया है, जो उनके लिए एक राहत भरी खबर है।